Firoza Stone Ring with Certificate
इस अंगूठी को धारण करने से बृहस्पति ग्रह स्थिति मजबूत होती है और उनके दुष्प्रभाव दूर होने लगते है। यह व्यक्ति को उस पर आने वाली सभी संकटों से बचाने में मदद करती है। इसे धारण करने से व्यक्ति के ज्ञान और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
डिलीवरी: | 5-8 दिनों में डिलीवरी |
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मुफ़्त शिपिंग: | India |
अभिमंत्रित: | फ्री अभिमन्त्रण |
विवरण
सर्टिफिकेट: | Govt. द्वारा प्रमाणित लैब सर्टिफिकेट |
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Shape: | Oval, Round |
धातु: | पंच धातु |
वजन: | 3.5 से 5 ग्राम |
Size: | Free Size |
फिरोज़ा एक अत्यंत शक्तिशाली रत्न है, अंग्रेजी में इसे ‘टरक्वाइश’ कहते है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, इस फिरोज़ा अंगूठी धारण करने से व्यक्ति की किस्मत चमक सकती है। यह रत्न गहरा आसमानी रंग का होता है जो बृहस्पति ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली पर बृहस्पति ग्रह अशुभ स्थान पर विराजमान है, तो ऐसे में उन्हें यह फिरोज़ा अंगूठी धारण करनी चाहिए।
- यह समाज में आपकी स्थिति और सम्मान को बढ़ाता है।
- यह मानसिक स्थिति को बढ़ाने और संचार अंतराल को पाटने में मदद करता है।
- आपको मन की अभूतपूर्व शक्ति प्रदान करता है।
- यह आपके आत्मसम्मान और आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करता है।
- यह दुर्भाग्य और दुर्भाग्य को दूर करता है, जिससे स्वास्थ्य, धन, बुद्धि, प्रसिद्धि और शक्ति प्राप्त होती है।
- फिरोजा को सहानुभूति का उपचारक रत्न कहा जाता है और यह पहनने वाले की संवेदनशीलता और सोचने की शक्ति में सुधार करता है।
यदि किसी व्यक्ति के साथ रोज कोई ना कोई दुर्घटनाएं हो रही है ৷ जैसे वाहन दुर्घटना, एक्सीडेंट हो जाना, चोट लगना, चोरी हो जाना, या किसी से लड़ाई-झगड़ा होना, हाथापाई होना, बात पुलिस केस, कोर्ट कचहरी तक पहुँच जाना, जेल होना आदि। और उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि यह उनके साथ क्या हो रहा है, जिसके कारण व्यक्ति और उनके परिवार वाले बहुत परेशान रहते है ৷ ऐसे में उन्हें यह अंगूठी अवश्य पहननी चाहिए। इस अंगूठी धारण करने से सभी दुर्घटनाओ से बचाव होता है और किस्मत चमक जाती है।
हमसे क्यों लेंफिरोज़ा अंगूठी को बृहस्पति ग्रह के मंत्रो से सिद्ध किया गया है ৷हमारे द्वारा अभिमंत्रित करके आपके पास भेजा जाएगा जिससे आपको शीघ्र अति शीघ्र इसका पूर्ण लाभ मिल सके।
फिरोजा रत्न धारण करने की विधिआप फिरोजा स्टोन को अंगूठी या पेंडेंट के रूप में पहन सकते हैं। इस रत्न को तर्जनी या अनामिका उंगली में पहनना चाहिए। इसे शुक्ल पक्ष के या किसी भी गुरुवार को पहनना चाहिए।
गुरुवार की सुबह उठकर स्नान करें और घर के पूजन स्थल में बैठ जाएं। एक तांबे की कटोरी लें और उसमें गंगाजल, तुलसी की कुछ पत्तियां, गाय का कच्चा दूध, शहद और घी डालें। अब इसमें फिरोजा स्टोन को डाल दें। इसके बाद 108 बार ‘ऊं ग्रां ग्रीं ग्रूं सा: गुरुवे नम:’ का जाप करें। इसके बाद फिरोजा रत्न को साफ पानी से धोकर धारण कर लें।
इस रत्न का कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होता है। इसे कोई भी धारण कर सकता है।
फिरोजा धारण करने के लिए किसी भी राशियों के लोगों को किसी से भी पूछने की जरूरत नहीं है आंख बंद करके पहने
किस्मत बदलना चाहते हैं तो धारण करें फिरोजा रत्न, जानें इससे होने वाले फायदे
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गहरे आसमानी रंग का फिरोजा रत्न बृहस्पति ग्रह से जुड़ा माना जाता है. इस रत्न को धारण करने से बृहस्पति ग्रह को प्रबलता मिलती है
- यदि कोई व्यक्ति अपनी भावनाओं को स्पष्ट रूप से प्रकट नहीं कर पाता है, तो उसे यह फिरोजा स्टोन पहनना चाहिए। इससे कम्यूनिकेशन, बोलने की क्षमता में सुधार आता है। इस रत्न के प्रभाव धारणकर्ता की बोली में मिठास आती है।
- फिरोजा स्टोन धन के प्रवाह काे संतुलित एवं नियंत्रित करता है। अगर आपके पास पैसा नहीं टिकता है तो आप फिरोजा स्टोन पहन सकते हैं।
- इस अंगूठी को धारण करने से मान-सम्मान और ज्ञान में वृद्धि होती है।